यह कोई आवश्यक नही है कि हम सभी कसरतें खडे रहकर ही करें | हम कुर्सीपर या पलंगपर बैठकर
कसरत के कई प्रकारों का प्रयोग कर सकते है | इससे हमारा रक्तचाप नियमित गति से होता
है | हमारे पांव के जोडों पर पडनेवाला भार भी कम होता है | कसरत के इन प्रकारों मे
हाथ, पांव, पेट, कमर की भी कसरत होती है | कुछ कसरतों के प्रकार पेट के बल लेटकर या
पीठके बल लेटकर भी किये जा सकते है | इनमे पांव की कसरत महत्वपूर्ण होती है | एकबार
हमे कसरत करने की आदत होजाये तो हम हाथों मे तथा पांवों मे कम वजन के (आधे या १ किलो
वजन के) पट्टे लगाकर भी करसत कर सकते है | इससे हमारी शारीरिक क्षमता तथा स्नायुओं
की पात्रता की बढोतरी होने मे सहायता मिलती है |
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