हमारे इर्दगिर्द विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम लगातार चलते ही रहते है | इनमे सीखने
जैसा बहुत कुछ होता है | सबसे बडी बात तो यह है कि इसके कारण समूह मे काम करने की प्रवृत्ती
विकसित होती है | इन कार्यक्रमों के माध्यम से आप कलाकार, साथीदार या परदे के पीछे
काम करनेवाले तांत्रिक के रूप मे भी हिस्सा ले सकते हो | इसमे नेपथ्य, ध्वनी संयोजन,
दिग्दर्शन, प्रकाश योजना इस तरह के अनेक काम होते है |
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