उपरोक्त तरिकेसे हर तरह से आर्थिक व्यवस्थापन करने के पश्चात भी कई बार अचानक कुछ खर्च
सामने आजाते है जिसके लिए पैसा कम पड जाता है | अचानक महंगाई के उत्पन्न होने से जमा
की हुई धनराशी पर्याप्त नही होती | ऐसे समय मे ज्येष्ठ नागरिकों के लिए अतिरिक्त कमाई
के स्त्रोत खोजना आवश्यक हो जाता है | जितना संभव हो पैसा इकट्ठा करना होता है | जैसे
जैसे उम्र बढती है, शरीर विकलांग होने लगता है उसी तरह कमाई का स्त्रोत बदलना आवश्यक
होता है | इस कार्य के लिए कई तरह के अवसर उपलब्ध होते है | आईये हम उनपर कुछ गौर करें
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