आपके लिए जरुरी है कि आप हमेशा सकारात्मक रहें | बचपन मे हमारी मां कहती थी कि घर मे
अशुभ बात नही करनी चाहिए क्यों कि जो बात आप करते हो उसे आपकी वास्तु हामी भरती है
| उसी समय से हमे सकारात्मकता का पाठ मिलता है | हमारा स्वास्थ्य, हमारा इलाका तथा
हमारे सामनेवाली समस्याएँ इनके विषयमे हमे सकारात्मकता से विचार करना चाहिए | हर समस्या
को एक नयी चुनौत मानना चाहिए | हर एक मतभेद को नया ज्ञान मानना चाहिए | मतभेद से ही
नया दृष्टिकोन हमारे सामने आ सकता है जिससे आपको अपना दृष्टीकोन सही है यह बात दूसरों
को समझाने की कुशलता प्राप्त होती है | सच कहा जाये तो कोई भी आपको ठग नही सकता | ठगे
जाते हो आप, चिढते भी हो आप और इन सब बातों के लिए आपका अहंकार जिम्मेदार होता है |अपना
अहंकार छोड दीजिए और सकारात्मक बन जाईये | आपको यह प्रतित होगा कि आपकी परिस्थिती तथा
आपके इर्द गिर्द के लोग बदल रहे है और आप अपने आपको सुखी तथा समाधानी पाओगे |
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