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जीवित स्थिती का इच्छापत्र
इसे अंग्रेजी मे Living Will कहते है | वैसे यह शब्द सुनने मे कुछ अजिब लगते है | अपनी जीवन काल मे आपको इच्छापत्र बनाकर यह निर्धारित करना होता है कि आपका किस तरह इलाज किया जाये, आपके कौनसे अंगों का दान किया जाये, यदि आपको देहदान करना है या नही इन सभी बातों का निर्धारण आप अपने डॉक्टर के साथ बातचित करके कर सकते है | इस तरह के इच्छापत्र मे आप इस बात को लिखित रूप से रख सकते है कि यदि आपके विषय मे कोई आपतकालिन परिस्थिती उत्पन्न हो जाये तो कौनसे इलाज करने चाहिए | ऐसी स्थिती मे आप स्वयं इस विषय मे कोई भी निर्णय लेने मे असमर्थ होते है तथा आपके परिवार के सदस्य भी उलझनों मे पडे होते है | आपके लिए निश्चित रूप से उनके मनमे प्रेम होता है लेकिन किसी विशिष्ट इलाज के बाद क्या होगा इस बातकी जानकारी उन्हे नही होती | इस इलाज के अंतर्गत जीवन आधार योजना (Prolong Life Support), कठिन शल्यक्रिया का भी उसमे जिक्र करना चाहिए | इस तरह का इच्छापत्र आपको ज्ञानगुफा मे देखने को मिलेगा | यदि आपको दीर्घ समय तक चलनेवाली या गंभीर बीमारी हो जिसकी आपको जानकारी हो तो अपने डॉक्टर से बात करके क्या हो सकता है इसका विचार करके क्या किया जाये और क्या न किया जाये यह निर्धारित किया जा सकता है | इस तरह की बीमारियों मे हृदयरोग, उच्च रक्तचाप, शक्कर का बढना, पक्षाघात, अस्थमा, कैन्सर जैसी बीमारियों का समावेश होता है | इस इच्छापत्र के विषय मे आप अपने परिवार के साथ अवश्य चर्चा करें | आपके सामान्य इच्छापत्र मे तथा इस इच्छापत्र मे आर्थिक, सांपत्तिक या शारीरिक रूप के कुछ महत्वपूर्ण बदलाव के बाद उसका नवीकरण करना चाहिए |
   
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